माधो सिंह की कलम से.....
शुक्रवार, 7 मई 2010
दिल मिलने के भी नगमे होते हैं
टूटे दिलों के भी सपने होते हैं।
दिल मिलने के भी नगमे होते हैं।
गर कोई ग़म आए आपकी जिंदगी में,
हमें याद करना, क्योंकि अपने तो अपने होते हैं।
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